खरी खरी - 410 : गैर करि दे गैरसैण
राजधानी बनूहैं
बना दीक्षित आयोग
द्विये दलोंल पावौ
सफ़ेद हाथि लगा भोग,
करीं जनताक
अणगणत रुपै खर्च,
खालि ड्रामा करौ
निभा दिखवक फर्ज,
राजधानी लिजी
करि दे गैर गैरसैण,
आयोगल दूद घटका
हैरौछी भैंस लैण ।
लागपड़ि गैरसैणक बिगै दे खेल
उम्मीदक डबल इंजन लै रौ फेल,
नै डबल इंजन नै अघिल बड़ि रेल
यूं सबासब निकलीं खालि मटा डेल,
चुनाव मुद्द में लै न्हैति गैरसैण
शहीद पुछण रईं काँ गो गैरसैण,
अठार साल हैगीं इंतजार करनै
नेताओंल गैर करि दि राजधानी गैरसैण ।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
09.04.2019
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