मीठी मीठी - 559 : दिल्ली में हमारी भाषा का प्रथम राष्ट्रीय कवि सम्मेलन
71वें गणतंत्र ( 26 जनवरी 2021 ) दिवस की यादगारी में 20 जनवरी 2021 की संध्या के समय वृंदगान गीत के साथ कुमाउनी, गढ़वाली और जौनसारी कविताओं का प्रथम राष्ट्रीय कवि सम्मेलन नई दिल्ली स्थित हिंदी भवन में आयोजित किया गया । इस राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन गढ़वाली -कुमाउनी -जौनसारी अकादमी दिल्ली सरकार द्वारा किया गया । दीप प्रज्वलन मुख्य अतिथि दिल्ली सरकार में उपमुख्यमंत्री और अकादमी के अध्यक्ष श्री मनीष सिसोदिया, उपाध्यक्ष अकादमी श्री एम एस रावत, अकादमी सचिव डा. जीतराम भट्ट, आमन्त्रित कविगण आदि मंचासीन मनीषियों द्वारा किया गया । इस कवि सम्मेलन में सभी आमन्त्रित कवियों ने हिंदी भवन दिल्ली में अपनी देशप्रेम भरी इंद्रधनुषी कविताओं से श्रोताओं को आनंदित किया । कविताओं में देशप्रेम, शहीद स्मरण और समसामयिक परिदृश्य कि झलक श्रोताओं को बहुत अच्छी लगी ।
काव्यपाठ के लिए आमंत्रित कवि थे सर्वश्री पूरन चन्द्र कांडपाल, दिनेश ध्यानी, रमेश हितैषी, मदन डुकलान , डा. दमयंती शर्मा, डा. केदारखंडी और खजान दत्त शर्मा । कवि सम्मेलन में कएक साहित्यकार, कवि, संस्थाओं के अध्यक्ष - प्रतिनिधि, पत्रकार, गणमान्य व्यक्ति, राजनीतिज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे । सम्मेलन को उपमुख्यमंत्री श्री सिसोदिया, उपाध्यक्ष श्री रावत और सचिव डा. भट्ट जी ने संबोधित किया । संचालन डा. एस डी पांडे जी ने किया । कोरोना बचाव संबंधी आदेशों का भी पालन किया गया । हमारी भाषा अकादमी और दिल्ली सरकार को इस प्रथम राष्ट्रीय कवि सम्मेलन के आयोजन हेतु बहुत बहुत धन्यवाद व शुभकामना ।
( 21 जनवरी 2021 को सोसल मीडिया में प्रकाशित चर्चित पत्रकार सी एम पपनै के विश्लेषण के अनुसार हिंदी भवन सभागार में कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे जिन्होंने इस कवि सम्मेलन का भरपूर आनंद लिया । ये सभी नाम विश्लेषण में प्रकाशित हैं । कोरोना आचार संहिता के कारण इनसे मेरा निकट से संपर्क नहीं हो सका जिसका मुझे मलाल है । बसंत फिर आएगा और संपर्क बधिता एक दिन अवश्य मिटेगी । मैं उन सभी श्रोताओं का और इन गणमान्य व्यक्तियों का हार्दिक आभार प्रकट करता हूं जिन्होंने हम सबकी कविताओं को सुना और करतल ध्वनि से सभागार में इस राष्ट्रीय पर्व पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई । आप सभी को एक बार पुनः सलूट के साथ जयहिंद ।)
पूरन चन्द्र कांडपाल
22.01.2021
No comments:
Post a Comment