खरी खरी - 778 : बैर और मेल
मुसलमान औ' हिंदू हैं दो
एक मगर उनका प्याला,
एक मगर उनका मदिरालय
एक मगर उनका हाला ,
दोनों रहते एक न जबतक
मंदिर मस्जिद हैं जाते,
बैर बढ़ाते मंदिर मस्जिद
मेल कराती 'मधुशाला' ।
'लक्ष्मण के मित्र ' लिख कर
चले गए, आज वे होते
तो शायद बहुत कुछ लिखते ।
पूरन चन्द्र कांडपाल
28.01.2021
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