Monday 4 January 2021

Bhrashtachaar ne shmashaan bhee naheen chhodaभ्रष्टाचार ने श्मशान भी नहीं छोड़ा

खरी खरी - 767 : भ्रष्टाचार ने श्मशान भी नहीं छोड़ा

     कुछ वर्ष पहले एक राष्ट्रीय दैनिक हिंदी समाचार पत्र में छपी रिपोर्ट के अनुसार भ्रष्टाचार को लेकर भारत के सरकारी क्षेत्र की छवि दुनिया की निगाह में अब भी खराब है । अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन ट्रांसपेरेंसी इन्टर्नेसनल की ताजा रिपोर्ट के अनुसार ग्लोबल करप्शन इंडेक्स-2017 में दुनिया के 180 देशों में भारत को 81वें स्थान पर रखा गया है । देश को विभिन्न कसौटियों में 100 में से 40 अंक मिले । अंक भ्रष्टाचार के हिसाब से दिये जाते हैं अर्थात जितने कम अंक उतना अधिक भ्रष्टाचार व्याप्त होना माना जाता है । हमारे देश में समस्याएं तो कई हैं परन्तु भ्रष्टाचार देश के सबसे बड़ी समस्या बन गया है ।

           यह भ्रष्टाचार डामरीकरण में सड़क से कोल्तार खा गया, पुल और इमारतों से सीमेंट - लोहा खा गया, जंगलों की लकड़ी खा गया, नदियों की रेत खा गया, मनरेगा के मस्ट्रोल खा गया , बैंकों के ऋण खा गया, कहां तक नाम गिनाऊं यह जल - जंगल - जमीन - पर्यावरण सबकुछ खा गया । मुर्दों को जलाने जगह एक श्मशान बचा था उसे भी 3 जनवरी 2021 को मुरादनगर गाजियाबाद उत्तरप्रदेश में 27 निर्दोषों की जान के साथ खा गया । समाचारों के अनुसार श्मशान के लिंटर गिरने से 27 निर्दोष लोग मारे गए और कई घायल बताए जा रहे हैं । ये सब श्मशान में अपने एक परिजन का दाह संस्कार करने गए थे । बताया जा रहा है कि लिंटर बने हुए अधिक समय नहीं हुआ था । बनाने वालों में से जे ई सहित चार  आरोपी पकड़े भी गए हैं जबकि ठेकेदार भाग गया है । भ्रष्टाचार अकेले नहीं होता । इस नेटवर्क में कई लोग शामिल होते हैं । इन 27 मृतकों की आत्मा और कई घायलों की बददुआ इन भ्रष्टाचारियों को चैन से नहीं रहने देगी भले ही कानून के लम्बे हाथ इन तक देर से पहुंचें या पहुंचें ही नहीं । इससे अधिक और कहा भी क्या जा सकता है । मृतकों की आत्मा को शांति मिले यह दुआ राष्ट्रपति, पीएम, सीएम और जनता सभी कर चुके हैं ।  हम - आप भी यही दुआ करते हैं ।

पूरन चन्द्र कांडपाल
05.01.2021

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