खरी ख़री - 772 : कस जमान ऐगो (II)
च्यालां क छीं गर्लफ्रैंड
च्येलियां क बौय फ्रैंड,
हाथों पर बादि रईं
फ्रेंडशिपाक बैंड,
क्वे घुमरीं पार्कों में
क्वे डवां मुणि भैरीं,
औणी जाणियाँ कि परवा
न्हैति बेफिकर हैरीं,
शरम लिहाजक
निशान लै मटिगो,
कस जमान देखौ
कस जमान ऐगो ।
आब जनम दिन लै
नईं तरिक ल मनूं रईं,
केक़ा क माथ बै
मोमबत्ती जगूं रईं,
तीन आंखर अंग्रेजी
सबूंल सिखी है,
अंग्रेजी में कूं रईं
हैपी बर डे,
जैल दी जगूण चैंछी
उ दी नीमू फैगो,
कस जमान देखौ
कस जमान ऐगो ।
मतलबाक लोग हैगीं
मतलबाक यार,
दिखावटी दुनिय में
दिखावटी प्यार,
मतलब निकलि गोयौ
पै भुलि जानी,
रूबरू मिलनी
अपन्यार है जानी,
धरम करम न्हैगो
मतलबी रैगो,
कस जमान देखौ
कस जमान ऐगो ।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
12.01.2021
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