Tuesday 1 December 2020

Hamaar neta aur kisaaan : हमारा नेता और किसान

खरी खरी - 748 : हमार नेता और किसान

अघिल -पिछाड़ि नेता हमूकैं भुलि जानी


चुनाव क टैम गिड़गिड़ानै ऐ जानी,


हात जोड़नी इजा - बाबू कै जानी


वोट पड़ते ही पुठ देखै न्है जानी ।

यूं मुख में राम राम बगल में छुर धरनी


जाड़ काटी नि देखिन टुक सुकिये देखिनी,


इनरि खाल लै मोटि हैं निबुड़न तीर


यौ मनखियौ क रूप छ बिना जमीर ।

उम्मीद निछोड़ण चैनि वोट दिण पड़ल


कभैं त क्वे माई च्यल जरूर पैद ह्वल,


जो वोट दिणियांक नजर में खर उतरल


वोट- चुनाव और प्रजातंत्र कि लाज धरल ।

अघिल पिछाड़ि किसानों कि बात हिंछ


ऐन मौक पर उनरि बात नेता नि सुणन,


नेता कूंरीं किसान भैम -भड़कूण में ऐ गईं


पर देशाक सबै किसान गलत नि है सकन। 

पूरन चन्द्र काण्डपाल


02.12.2020


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