खरी खरी - 758 : कस जमान ऐगो
ब्या में बरेतिय लोग सिद
ब्योलि कै घर ऊंनी,
खै-पी बेर लिफाफ
ब्यौला बाप कैं पकडूंनी,
कै दगै बात करण क
टैम न्हैति बतूनी,
जैमाव डाउण है
पैलिकै खसिकि ऊंनी,
बरयात कूण में सिरफ
ब्यौलक परिवार वां रैगो,
कस जमान देखौ
कस जमान ऐगो ।
ब्या क लगन कि
परवा क्वे नि करन,
वीडियो फोटो वलांक
सब जाग हुकम चलूं,
खिसाई बामण चुपचाप
टकटकी लगै भैरां,
कभतै झपकि ल्युछ
कभतै आंख मिनू,
फोटोग्राफी भलि है गेई
समझो भल ब्या हैगो,
कस जमान देखौ
कस जमान ऐगो ।
पैली बै सरास जाणता
ब्योलि डाड़ मारछी,
आब आंसु लै नि ऊँन
सरास जाणकि खुशि
और मेकअपकि फिकर,
यास में डाड़क के
मतलब नि हुन,
डाड़ निकाउणक लिजी
डाड़क कैसेट बाजैं फैगो,
कस जमान देखौ
कस जमान ऐगो ।
ब्या होते ही
ब्यौल बदलि जां,
भली निकरन
घरववां हूँ बात,
उतकै बै मानू
ब्योलिक ऑडर
भाजि बेर सुणु
विकी धात,
ब्याकै दिन बै उ
ब्योलिक कब्ज में न्हैगो,
कस जमान देखौ
कस जमान ऐगो ।
पूरन चन्द्र कांडपाल
18.12.2020
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