Monday 12 October 2020

Maya naheen mahan : नहीं महान

खरी खरी - 711 : माया नहीं महान

जग में माया नहीं महान,

फिर तू काहे करे गुमान ।

माया से प्रसाधन मिलते

मिलते नहीं संस्कार,

माया से संस्कृति मिले ना

मिल जाता बाजार,

अंत समय कछु हाथ न लागे

सभी खोखला जान । जग...

माया से तुझे मिले बिछौना

नींद न मिलने पाये,

माया से साधन मिल जाते

खुशी न मिलने पाये,

माया से तुझे मिलता मंदिर

मिले नहीं भगवान । जग...

माया से मिले भवन चौबारे

घर नहीं मिलने पाये,

दवा -आभूषण मिले माया से

मुस्कान न मिलने पाये,

माया से पोथी मिल जाए

नहीं मिल पाये ज्ञान । जग...

'यादों की कलिका से'

पूरन चन्द्र काण्डपाल

13.10.2020

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