Tuesday 6 October 2020

Kavita : कविता

मीठी मीठी - 519 : क्या है कविता ?

शब्दों की माला
बनाती है कविता
दिल के उफान को
बताती है कविता
सोए हाकिम को
जगाती है कविता
आसन पर बैठों को
हिलाती है कविता ।

बेगानों को अपना
बनाती है कविता
अपनों को ऐहसास
कराती है कविता
अपना गिरेबां
दिखाती है कविता
आदमी को इंसान
बनाती है कविता ।

राष्ट्र की धुन
हुंकारती है कविता
वीरों का शौर्य
फुफकारती है कविता
शहीदों की स्मृति
जगाती है कविता
उलझन दिलों की
सुलझाती है कविता ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
07.10.2020

No comments:

Post a Comment