मीठी मीठी - 496 : पौध रोपो, प्रकृति बचाओ
होली दिवाली दशहरा
पितृपक्ष नवरात्री, ईद
क्रिसमश बिहू पोंगल
गुरुपूरब लोहड़ी ।
पौध रोपित एक कर
पर्यावरण को तू बचा,
उष्मधरती हो रही
शीतोष्णता इसकी बचा ।
प्रत्येक त्यौहार पर एक पौधा अवश्य लगाकर उसकी निरंतर परवरिश करना हमारा कर्तव्य होना चाहिए । हम अपनी पृथ्वी को पौध रोपण से बचा सकते हैं । हमारे देश की गंगा -जमुनी संस्कृति जो हमारी धरोहर है उसे पौध रोपण के साथ बचाये रखना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है । पेड़ रोपने से ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज से बच सकते हैं । इस विषय पर भाषण तो दिए जाते हैं परन्तु कर्म का क्रियान्वयन नहीं होता । देश में विश्व के कई देशों की तुलना में प्रति व्यक्ति बहुत कम पौधे हैं । कनाडा में जहां प्रति व्यक्ति 10163 पेड़ हैं वहीं हमारे देश में प्रति व्यक्ति केवल 28 पेड़ बताए जाते हैं । पौधे रोपिए और देश के पर्यावरण को बचाइए । पर्यावरण स्वस्थ होगा तो देश स्वस्थ होगा ।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
10.08.2020
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