Sunday 29 March 2020

Tum raah dikhaate ho : तुम राह दिखाते हो

मीठी मीठी - 440 : तुम राह दिखाते हो

( 'खरी खरी' तो प्रतिदिन होती है । आज 'मीठी मीठी' एक भजन/प्रार्थना  'तुम राह दिखाते हो ।' वैसे 2 मिनट प्रभू स्मरण तो प्रतिदिन करता हूं और सबको करना भी चाहिए । प्रभू स्मरण के लिए किसी भी प्रकार के आडंबर या दिखावे की आवश्यकता नहीं है । घर के मंदिर में ही माथा टेकना सर्वोत्तम । )

तुम राह दिखाते हो

तुम ज्योति जगाते हो,

भटके हुए मेरे मन को

प्रभु जी थाह दिलाते हो ।

जब -जब मेरे 

मन में प्रभु जी

अंधियारा घिर आया,

देर नहीं की आकर तुमने

ज्ञान का दीप जलाया,

सुख-दुख जीवन 

के पहलू हैं

तुम्हीं बताते हो । तुम...

संकट के बादल छिटकाये

क्रोध की अग्नि बुझाई,

भंवर से तुमने 

मुझे निकाला

खुद पतवार बनाई,

मेरे मन की चंचल नैया को

तुम पार लगाते हो । तुम...

जीवन मेरा

सफल हो जाये

तुम्हरी कृपा पा जाऊं,

फल की आस 

जगे नहीं मन में

कर्म पै बलि बलि जाऊं,

कर्म ही मेरा दीन धरम 

संदेश बताते हो । तुम...

(आज इस प्रार्थना का वीडियो भेजने का प्रयास करूंगा । यह भजन मेरी पुस्तक " यादों की कालिका " ( 2010) में अन्य 51 कविताओं के साथ है ।)

पूरन चन्द्र काण्डपाल

27.03.2020

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