खरी- खरी 576 : कोवीड - 19 : हाथ जोड़कर अभिवादन करें, हाथ न मिलाएं ।
(20 फरवरी 2020 को मैंने "खरी खरी - 565 : जरा सोचिए हाथ मिलाने से पहले ?" शीर्षक के अन्तर्गत अभिवादन के लिए हाथ नहीं मिलाने बल्कि हाथ जोड़ने का निवेदन किया था । कोरॉना वाइरस के कारण अब यह जरूरी हो गया है । 3 मार्च 2020 को कुछ लोगों ने टेलीविजन पर भी अपील की है । लेख पुनः भेज रहा हूं । कृपया पुनः पढ़िए और हाथ जोड़कर ही अभिवादन करिए । धन्यवाद ।)
सुप्रसिद्ध शायर बशीर बद्र अब 85 वर्ष के हो गए हैं । उनका एक बहुत ही प्रचलित शेर है-
" जरा हाथ क्या मिला दिया
यों गले मिल गए तपाक से,
ये गर्म मिजाज का शहर है
जरा फासले से मिला करें ।"
अब हम सब हाथ मिला कर एक दूसरे का अभिवादन करने लगे हैं । हाथ जोड़कर अभिवादन का रिवाज ही समाप्त हो गया । फिर भी महिलाओं से हम हाथ जोड़कर ही अभिवादन करते हैं । कभी कभी बड़ी मजबूरी में न चाहते हुए भी हाथ मिलाना पड़ता है । तब हम उस व्यक्ति से आंख नहीं मिलाते, सिर्फ हाथ मिलाते हैं । ' ऐसे में 'जिंदगी का अजब दस्तूर निभाना पड़ता है, दिल मिले या न मिले हाथ मिलाना पड़ता है ।'
हाथ मिलाने की बात पर डाक्टर कहते हैं, ' हमारे शरीर का सबसे गंदा अंग हमारा दांया हाथ है । हम इससे खुजली भी करते हैं और नाक भी पोछते हैं । हम इसे नाक में, मुंह में और कान में भी घुसाते हैं, आंख भी छूते हैं तथा कुदरती विसर्जन करते समय भी इसकी मदद लेते हैं । हम बस के डंडे, मेट्रो के डंडे और मेट्रो एक्स्क्लेटर पर भी हाथ को रगड़ते हुए चलते हैं । ऐसा सभी करते हैं क्योंकि सब जगह हमारा दांया हाथ आगे रहता है इसलिए यह सबसे अधिक गंदा है । जो जगह हमने अपने हाथ से पकड़ी उसे हम से पहले सबने पकड़ा जिसकी वजह से ये स्थान सर्दी - जुकाम सहित अन्य कई प्रकार के वाइरसों और रोगाणुओं से भरे होते हैं ।
हम में से अधिकांश लोग भोजन से पहले हाथ नहीं धोते । शायद घर में धोते हों परन्तु किसी पार्टी में तो नहीं धोते । बिना हाथ धोए भोजन करते हैं, प्रसाद या लंगर भी छक लेते हैं और गोलगप्पे खाते हैं । आजकल एक बहुत ही खतरनाक वायरल बीमारी कोविड- 19 (कोरॉना वाइरस ) से चीन में 1800 लोग मर चुके हैं और 75 हजार रोग ग्रस्त हैं । दुनिया के 16 देशों में यह रोग दस्तक दे चुका है । (अब चीन में मृतक संख्या 2900 और रोगग्रस्त संख्या 80000 से ऊपर है, और कई देशों में फ़ैल गया है । हमारे देश में भी इस रोग ने दस्तक दे दी है ।) इसकी कोई दवा नहीं है । बचाव का एकमात्र उपाय है स्वच्छता और अपने हाथ से उन अंगों को नहीं छूना जिनकी ऊपर चर्चा की गई है तथा हाथ धोना और किसी से भी हाथ नहीं मिलाना । नोट गिनने के बाद भी हाथ जरूर धोएं । नोट सबसे ज्यादा संक्रमित होते हैं ।
इस खरी खरी का एकमात्र उद्देश्य यह है कि हाथ धोते रहने से हम कई बीमारियों से बचेंगे और हाथ मिलाने के बजाय हम अभिवादन हाथ जोड़कर करें तो हम सभी वायरल बीमारियों से बचेंगे । हम सचेत रहेंगे तो कुछ ही दिनों में हमारी हाथ मिलाने की आदत छूट जाएगी । यदि कोई हाथ मिलाना चाहे भी तो हम हाथ जोड़ कर उसे अभिवादन कर सकते हैं । यदि हमारा कोई लंगोटिया यार हाथ मिलाने की जिद भी करे तो हम कह सकते हैं, "यार मेरा हाथ गंदा है ।" यदि अब भी हम अपनी आदत नहीं सुधारेंगे और हाथ धोने की आदत नहीं अपनाएंगे तो किसी जान लेवा हस्त- स्पर्श हस्तांतरित वायरल बीमारी के कारण हम अपनी जान से हाथ धो बैठेंगे ।
(20 फरवरी 2020 की खरी खरी आज पुनः प्रसारित कर रहा हूं, जनहित में ।)
पूरन चन्द्र कांडपाल
(20.02.2020)
04.03.2020
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