Saturday 17 April 2021

Sharaabi pati : शराबी पति

बिरखांत - 366 :  शराबी पति तो पत्नी क्या करे ?

    शराब विरोध के बारे में कई लेख कई पुस्तकों में लिख चुका हूं | हम सब जानते हैं कि जो भी पिता, पति या पुत्र शराब पीता है उसकी परेशानी हर हाल में एक बेटी, पत्नी या मां को ही झेलनी पढ़ती है | यदि किसी महिला का पति शराबी हो तो उस पर क्या गुजरती है यह केवल और केवल वह महिला ही जानती है | शराबी पति से जूझ कर अपना घर बचाने वाली इन वीरांगनाओं को यह बिरखांत समर्पित है |

    स्वभाव से हर पत्नी चाहती है कि उसका पति उसके नखरे उठाये, उसकी खुशामत करे, रूठने पर उसे मनाए, उसकी परवाह करे, उसकी ओर आकर्षित रहे और उसकी हर बात माने | एक चुस्त-दुरुस्त, फुर्तीला, योग्य, तंदुरुस्त, सम्पूर्ण ऐबों से दूर, सभी गुणों से भरपूर, सुन्दर पति की कामना सभी महिलाएं अपने मन में संजोये रहती हैं | इसके विपरीत जब किसी महिला का शराबी पति से पल्लू बंध जाए तो इसे विषम परिस्थिति ही कहा जाएगा और इस परिस्थिति से निबटने के लिए ही उसे असाधारण बनना पड़ेगा | असाधारण अर्थात अपरिमित धैर्य और अपार साहस अपने में जुटाना पड़ेगा | इस तरह की पत्नियाँ अवश्य ही बरबादी की ओर जाने वाले अपने जीवन-रथ के पहियों को रोक कर सुखद जीवन की ओर मोड़ लेती हैं |

     शराब की लत रूपी जंजीर में जकड़े कुछ ऐसे चिकने घड़े रूपी पति भी होते हैं जिन पर पत्नी के धैर्य, सहिष्णुता तथा प्रार्थना का तनिक भी असर नहीं पड़ता | ऐसी  परिस्थिति में पत्नी क्या करे ? उस पर उसके करीबी लोग यह लांछन लगाने के लिए भी तैयार खड़े हैं कि वह अपने पति को संभाल नहीं सकी | ऐसी घड़ी में बहुत बड़े सयंम की जरूरत है | किसी प्रकार के झगड़े, अनशन या द्वन्द से तो पारिवारिक कलह बढ़ता ही चला जाएगा | असंख्य उदाहरण हैं शराब और क्रोध की दुखदायी परिणिति के | जब व्यक्ति नशे के प्रभाव में होता है तो वह शराब या स्वयं की बुराई को सह नहीं सकता भलेही वह विनाश में विलीन हो जाए |

     कुछ टोटके मास्टरों ने ऐसी दुखित महिलाओं को दिग्भ्रमित किया | उन्हें नीम-हकीम, झाड़ू-मंतर जैसे टोटकों को अपनाने की सलाह दी | इससे समस्या सुलझने के बजाय उलझती ही गई | टोटकों से पति ‘वश में’ नहीं हो सकता | पति को वश में करने का सबसे बड़ा और रामबाण तरीका है प्यार का | असहाय, निराश एवं तनाव से जूझ रही ऐसी महिलाओं को प्यार से इस समस्या से निबटना पड़ेगा | प्यार रूपी इस रामबाण से अधिकांश महिलाओं को सफलता मिली है | विषम परिस्थितियों में खुश रहना या मुस्कराना आसान नहीं है | यह वैसा ही जैसे कोई हमें सुई चुभाये और रोने-चिलाने के बजाय हंसने को कहे | ऐसा करना कठिन है पर करना पड़ेगा क्योंकि उसे अपने डूबते हुए जहाज को बचाना है |

     इस समस्या का एकमात्र हल यह है कि यदि पत्नी ठान ले कि वह अपने पति से शराब रूपी सौत को अलग करके ही चैन लेगी तो उसे एक निश्छल रणनीति बनानी होगी जिसे अंजाम देने के लिये उसे स्वयं को तैयार करना होगा |  विनम्रता, शालीनता, सहनशीलता एवं समर्पण की पुष्पमाल  बन कर अपनी हार नहीं मानते हुए उसे पति के गले का हार बनना होगा | पति से शराब नहीं पीने की बात तब करनी होगी जब वह शराब में डूबा न हो | नशे की हालात में शराब नहीं पीने की बात करना आग में घी डालने के सामान है | पत्नी को उन क्षणों की तलाश करने होगी जब उसका पति उसकी अधिक से अधिक बातें सुन सके | पत्नी को पूर्ण तन्मयता से ऐसा वातावरण बनाना होगा जिस वातावरण में यह पटरी से उतरा हुआ पुरुष दुबारा पटरी पर आ जाय |  महिला में इतनी शक्ति है कि वह परिवार को टूटने से बचा कर बच्चों का भविष्य ध्यान में रखते हुए अंगूर की बेटी संग डूब रहे अपने पति को सावित्री बन कर बचा सकती है |

पूरन चन्द्र कांडपाल
16.04.2021

No comments:

Post a Comment