Friday 9 April 2021

Apne gurdon ki suno : अपने गुर्दों की सुनो

खरी खरी - 824 : अपने गुर्दों की भी सुनो

     स्वास्थ्य जागृति के लिए यदाकदा मैं जनहित में कुछ न कुछ लिखते रहता हूं । कुछ ही दिन पहले कोविड, आटिज्म, क्षय रोग और मधुमेह के बारे में कुछ शब्द लिखे थे । कई मित्रों ने इन लेखों पर बहुत रुचि दिखाई और मेरे शब्दों को साझा भी किया । इसी क्रम में आज गुर्दों (kidney) की चर्चा करते हुए आप से पूछना चाहता हूँ कि आप कितना नमक खाते हैं ?

      हमारे शरीर में दो गुर्दे हैं जिनका मुख्य कार्य शरीर की गंदगी बाहर करना है । जितना भी तरल पदार्थ हम पीते हैं गुर्दे उसका तत्व छानकर हमारे पोषण में लगा देते हैं तथा शेष तरल को मूत्र के रूप में बाहर कर देते हैं । उत्सर्जन तंत्र ( Excretory system) में गुर्दों का बहुत महत्वपूर्ण कार्य है । यदि हमारे गुर्दे ठीक से काम नहीं करेंगे तो हमारे रक्त की स्वच्छता नहीं हो पाएगी और हम अनेक बीमारियों के शिकार हो जाएंगे । अक्सर हम सुनते हैं कि अमुक व्यक्ति की किडनी फेल हो गई है या अमुक व्यक्ति डायलिसिस पर है ।

     गुर्दे खराब होने या गुर्दे में स्टोन (पथरी) बनने के लिए हमारा खानपान जिम्मेदार है जिसमें अधिक नमक या अधिक मसाले होते हैं । एक व्यक्ति को प्रतिदिन 3 से 4 ग्राम ही नमक लेना चाहिए । इससे अधिक नमक हर हाल में हानिकारक है । उत्तराखंड में अधिकतर लोग अनभिज्ञता के कारण अधिक नमक खाते हैं । अधिक नमक से रक्तचाप भी बढ़ता है । सलाद में बिलकुल नमक नहीं लेना चाहिए बल्कि भोजन की मेज पर नमक होना ही नहीं चाहिए । यदि आपके परिवार में चार व्यक्ति हैं तो 1 किलो नमक 2 महीने के लिए काफी है । इसलिए मित्रो अपने नाजुक गुर्दों की सुनते हुए नमक कम खाओ और अपने गुर्दों की हिफाजत करो ।

(कोविड संक्रमण बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे में देश में 126789 नए केस और 685 मृत हुए हैं। दिल्ली में भी पिछले 24 घंटे में 7437 नए केस हुए जबकि 24 मृत हुए हैं। मास्क के साथ गंभीरता से अपना बचाव करें और वैक्सीन लगाएं। )

पूरन चन्द्र काण्डपाल
09.04.2021

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