Monday 19 April 2021

Rawan aur Duryodhan : रावण और दुर्योधन

खरी खरी - 831 : रावण - दुर्योधन

       देश में पिछले साल 25 मार्च 2020 से आरम्भ हुआ 40 दिन का कोरोना लौकडाउन 03 मई 2020 तक चला । पिछले साल से दुनिया में 30.36 लाख से अधिक लोग क्रूर कोरोना के ग्रास बन चुके हैं । हमारे देश में 1.48 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हुए और 1.77 लाख से अधिक ग्रास बन चुके हैं । हमारी सरकार/सरकारें /शासन इस रोग से लड़ रहे हैं । हमारा सहयोग यह है कि हम घर में रहें, बाहर न निकलें । इस वक्त यही हम सबकी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है कि हम सरकार के निर्देशों का पालन करें और स्वयं को घर में बंद करें तथा करोना से लड़ रहे कर्मवीरों को शुभकामनाएं दें । इस दौर में हमें निराशा से बचना है । यदि हरिद्वार कुंभ और चुनाव रैलियों पर भी महामारी रोधक कानून लगता तो आज हमारे देश में कोरोना का तांडव नहीं होता और निर्दोष लोगों की जान नहीं जाती । देश में आज एक दिन में 2.61 लाख नए केस हो रहे हैं जबकि पिछले 24 घंटे में 1.5 हजार से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। दिल्ली की स्तिथि भी बेहद गंभीर है जहां पिछले 24 घंटे में 25462 नए केस हुए और 167 रोगी मृत हो गए। 

     आज सबसे बड़ी बात यह है कि हम दुर्योधन बनकर बाहर न घूमें और रावण बनकर अहंकार न करें । दुर्योधन और रावण दोनों ही विनम्रता विहीन दुष्चरित्र थे जो किसी की बात नहीं सुनते थे और स्वयं को सर्वोपरि समझते थे। इन दोनों ने अपनी जिद और अहंकार से अपने साथ कई निर्दोषों का भी विनाश किया । जिन लोगों के कारण देश आज इस बेहद बिकराल स्थिति से गुजर रहा है उन्हें इतिहास कभी भी माफ नहीं करेगा ।  कोरोना से बचिए और देश को बचाइए । मास्क पहनकर ही घर से बाहर पांव रखिए।  यही इस वक्त राष्ट्र की पुकार है और राष्ट्रभक्ति भी ।

पूरन चन्द्र कांडपाल

19.04.2021

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