Tuesday 30 March 2021

Maya naheen mahaan : माया नहीं महान

खरी खरी - 819 : माया नहीं महान

(पैसा बहुत कुछ है परन्तु सबकुछ नहीं । कुछ चीज़ें पैसे से नहीं खरीदी जा सकती क्योंकि ये बाजार में नहीं मिलती ।)

जग में माया नहीं महान,
फिर तू काहे करे गुमान ।

माया से तुझे मिले बिछौना
नींद न मिलने पाये,
माया से साधन मिल जाते
खुशी न मिलने पाये,
माया से तुझे मिलता मंदिर
मिले नहीं भगवान । जग...

माया से मिले भवन चौबारे
घर नहीं मिलने पाये,
दवा -आभूषण मिले माया से
मुस्कान न मिलने पाये,
माया से पोथी मिल जाए
नहीं मिल पाये ज्ञान । जग...

माया से प्रसाधन मिलते
मिलते नहीं संस्कार,
माया से संस्कृति मिले ना
मिल जाता बाजार,
अंत समय कछु हाथ न लागे
सभी खोखला जान । जग...

'यादों की कलिका से'
पूरन चन्द्र काण्डपाल
30.03.2021

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