खरी खरी -818 : बुरा न मानो ( मानो ) होली है ।
( वे बोले, 'होली' का मतलब है 'शराब' )
गम में शराब खुशी में शराब
जीत में शराब हार में शराब ,
जुदाई में शराब मिलन में शराब
आया वक्त कैसा हर सै पै शराब ।
भरम में शराब धर्म-करम में शराब
जन्मदिन में शराब शादी में शराब ,
दिवाली में शराब होली में शराब
जन्म से मरण तक शराब ही शराब ।
कभी था होली पर बसंत का शबाब
रसायनी रंग ने इसे अब कर दिया खराब,
कल तक था होली का मतलब स्नेह मिलन,
आज तो होली का मतलब है केवल शराब ।
कैसे मनेगा होली के रंग का त्यौहार ?
देश झेल रहा है बेहुदे कोरोना की मार,
मृत हो गए एक लाख इकसठ हजार
सांत्वना हृदय से जो दुखी हैं परिवार ।
घर में ही खेलो होली, मत जाओ बहार
बचो कोरोना से बचें संबंधी मित्र परिवार,
जिंदगी बचाओ तो रंग खिलेंगे हजार
हर पतझड़ के बाद आती है बसंत बहार।
नशा, शराब, रसायनी रंग, मिलावट और छेड़खानी की बदनीयती से होली को दूर रखने में ही 'शुभ होली' है । सभी (पीने, नहीं पीने वाले ) मित्रों को होली की शुभकामनाएं ।
प्रतिलिपि - इस आशय से ABBA (अखिल भारतीय बेवड़ा एसोसिएसन ) को भेजी जाती है कि शराब को अपने से अलग कर लें ताकि ये 'बेवड़ा' शब्द तुम से अलग हो जाये ।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
29.03.2021
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