Sunday 28 March 2021

Hoi ki shubhkamna : होइकि शुभकामना

मीठी मीठी - 578 : होइकि शुभकामना

रंगीलि ऋतु बसंत कि ऐजीं
डाव- बोटों में रंगवाइ छैजीं,
घर- घर जैबेर होयार नाचनी
रंग लगूनी पिंगइ चीर बादनी।

होइ में देवर लै घर ऐ जानी
देराणी ज्येठाणी खुशि है जानी,
देवरै पिचकारि रंगिलि धार
भौजी कैं लागीं बसंत बहार ।

देवर भौजी और साव-भिन
रंगनेर हाय आपस में होइक दिन,
छलड़ि दिन मस्कूनी अबीर गुलाल
निरदइ करि दिनी गलाड़ बेहाल ।

रंगीलि होइल हाव महकि जैं
डान -पहाड़ों में होइ चहकि जैं,
भांग शराब होइ बै दूर छटकै दियो
सबूं कैं इंद्रैणीक रंग में रंगै दियो।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
29.03.2021

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