Thursday 11 March 2021

Kumbh : कुंभ

खरी खरी - 806 :  कुंभ के नाम पर

बाबा संत स्वामी नेता

बैरागी तांत्रिक औघड़

भीड़ तांता रेला


दुकान दर्शक दर्शन


आया कुंभ मेला ।

नहा लिया कुंभ


मिल गया फल


कट गए पाप


एक डुबकी से


अपने आप ।

बिका अंधविश्वास


पनपा रुढ़िवाद


नदिया के द्वार


खूब चली झोली


मन्नत की दुकान ।

चर्चा से दूर चिलम


पर -पीड़ा- पाप


परोपकार- पुण्य


प्रदूषण -विसर्जन


प्रकृति -निराकार ।

ईर्ष्या राग-द्वेष लूट


भ्रष्टाचार नशा घूस


मिलावट उत्पीड़न


अकर्मण्यता दुष्कर्म


स्नान से बेअसर ।

पाप काटने गए


कट गई जेब


लुटने के बाद


नजर आया


लुटेरों का फरेब ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल


12.03.2021


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