Sunday 12 January 2020

Uttraini kautik burari : उत्तरैनी कौतिक बुराड़ी

मीठी मीठी - 407 : उतरैणी कौतिक 2020 (कुमाऊँ सांस्कृतिक कला मंच (पं) संत नगर (बुराड़ी)दिल्ली और उत्तराखंड धार्मिक सामाजिक विकास संस्था  (पं ) सेक्टर 24 रोहिणी दिल्ली

    12 जनवरी 2020 को उत्तरैणी महोत्सव के दो सांस्कृतिक आयोजनों में सम्मिलित होने का अवसर मिला । पहला आयोजन कुमाऊँ सांस्कृतिक कला मंच (पं) संत नगर, बुराड़ी दिल्ली -84 द्वारा 23वां उतरैणी पर्व (कौतिक) कौशिक एनक्लेव बुराड़ी में अपार जन-समूह के बीच मनाया गया । इस आयोजन में श्रीमती देवकी शर्मा के निर्देशन में दिव्य कला संगम के कलाकारों द्वारा कबूतरी देवी जी एवम् जगदीश बकरौला जी के गीतों पर आधारित उत्तरैणी गीतमाला कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया । आयोजन में श्री बकरौला जी और दिवंगत कबूतरी देवी की बेटियां सुश्री हेमंती और सुश्री मंजू उपस्थित थीं ।

     इस भव्य आयोजन में  हमारी भाषा, साहित्य, संस्कृति और उत्सवों को संजोए रखने का आह्वान किया । मंच से संचालन कर रहे संस्था के प्रतिनिधि श्री गिरीश जोशी जी ने इस अवसर पर उतरैणी के महत्व पर भी प्रकाश डाला । 13 जनवरी 1921 को बागेश्वर के उतरैणी कौतिक में कुमाऊँ केसरी बद्रीदत्त पांडे जी की हुंकार पर "कुली बेगार" के रजिस्टरों को सरयू-गोमती के संगम में बहा दिया गया और उत्तराखंड के लोगों ने कुली बरदायस से हमेशा -हमेशा के लिए मना कर दिया । अंग्रेज डिप्टी कमिश्नर लोगों के मर-मिटने के जोश और जज्बे  को देखकर गोली नहीं चला सका ।

     उतरैणी त्यौहार के दिन उत्तराखंड के उन शहीदों का स्मरण भी नितांत आवश्यक है जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में अपने प्राणों की आहुति दी । खुमाड़ गोली कांड (05.09.1942) में चार स्वतंत्रता सेनानी - गंगा राम, खीमानंद, बहादुर सिंह और चूड़ामणि भी इसी कड़ी में शहीद हो गए । इन अमर शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि । उतरैणी कौतिक के साथ इन अमर शहीदों का बलिदान हमें बताता है कि जब देश स्वतंत्रता संग्राम लड़ रहा था तो उत्तराखंडी भी पीछे नहीं रहे । उन्होंने इस आंदोलन में बढ़-चढ़ कर भागीदारी के साथ अपना बलिदान भी दिया । इस इतिहास को भी सांस्कृतिक मंचों पर अन्य मनोरंजन गीतों के साथ मंचित किया जाना चाहिए ।

       अपार जन-समूह के समक्ष मंच पर संस्था के अध्यक्ष श्री गिरधर सिंह रावत व उनकी पूरी टीम ने जिन लोगों का स्वागत और सम्मान किया उनमें कई राजनीतिज्ञ, साहित्यकार, सामाजिक कार्यकर्ता, पत्रकार और समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े हुए प्रबुद्ध जन और गणमान्य व्यक्ति थे जिनकी सूची बहुत विशाल है । इस वृहद आयोजन के लिए संस्था की पूरी टीम वास्तव में साधुवाद की पात्र है जिसने इस सफल कार्यक्रम को अविष्मरणीय बना दिया । सभी को उतरैणी त्योहार की शुभकामना और हार्दिक बधाई । 

        12 जनवरी 2020 को ही उत्तरैणी का दूसरा सांस्कृतिक आयोजन उत्तराखंड धार्मिक एवम् सामाजिक विकास संस्था (पं ) सेक्टर 24 रोहिणी दिल्ली में किया गया । सर्वश्री सुरेन्द्र हालसी, टी डी पांडे, भूपाल सिंह बिष्ट, टी डी फुलारा एवम् एन डी लखेड़ा समेत कई मित्रों के साथ इन आयोजनों को देखने का अवसर प्राप्त हुआ । यहां संस्था के अध्यक्ष श्री रामसिंह मेहरा एवम् महासचिव श्री आर एस पांडे, डॉ बी सी लोहनी, श्री प्रदीप जोशी समेत संस्था की पूरी टीम ने जन सहयोग से इस आयोजन को सफल बनाया । इन दोनों संस्थाओं की टीम स्प्रिट और कर्मठता को शुभकामना के साथ साधुवाद ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
13.01.2020

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