खरी खरी - 544 : मंहगाई, भ्रष्टाचार और अपराध पर भी ब्रेक लगाओ हजूर !
यह सर्व विदित है कि एक अच्छे ड्राइवर का ध्यान सिर्फ एक्सलेटर पर ही नहीं होना चाहिए । ब्रेक, गेर और पहियों की हवा पर भी होना चाहिए तभी गाड़ी ठीक से चले । गरीब को जिन्दा रहने के लिए कम से कम छै चीजें चाहिए- आटा, चावल, दाल, चीनी, चाय और नमक । दूध, घी-तेल, सब्जी के बिना भी वह जी लेता है । नमक के पानी में डुबाकर भी वह रोटी खा लेता । प्याज जिसे वह रोटी के ऊपर नमक के साथ खाता था वह अब उसे नसीब नहीं है । पांच महीने से प्याज ₹ 80 /- से ₹ 120/- तक बिक रहा है । बिस्कुट, ब्रेड से लेकर सामान्य दवाओं की कीमत भी कुलाचें मार रही हैं । हर महीने कैमिष्ट को अधिक राशि देनी पड़ती है ।
2014 में देश में सत्ता परिवर्तन के कई मुद्दों में से ये तीन मुख्य मुद्दे थे बढ़ती मंहगाई, बढ़ता भ्रष्टाचार, बढ़ता तेल और बढ़ता अपराध । उक्त छै वस्तुओं के दाम कम करने के बजाय बहुत आगे निकल गए । बी पी एल कार्ड सभी गरीबों के पास नहीं है । विशेषतः असंगठित क्षेत्र के गरीब मजदूरों के पास बी पी एल कार्ड नहीं होता । पेट्रोल - डीज़ल के दाम तो बढ़ते ही जा रहे हैं जिसके कारण अन्य चीजों के दाम भी स्वतः ही बढ़ गए हैं । गैस सिलिंडर 1 जनवरी 2020 से 19 रुपया बढ़ गया है अर्थात 695/- से उछलकर 714/- का हो गया है । भ्रष्टाचार और अपराध भी घटने के बजाय बढ़ते ही जा रहे हैं । हजूर आम जनता की राहत के लिए बढ़ती मंहगाई, भ्रष्टाचार और बढ़ते अपराधों पर शीघ्र ब्रेक लगाइये ।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
04.01.2020
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