खरी ख़री - 550 : काइ कमै वापिस ल्यौ
काइ कमै करनै करनै
भरी गईं स्विस बैंक,
देश क धन विदेश छिरिकी गो
न्हैगो भरि भरि टैंक,
न्हैगो भरि भरि टैंक
यां धरुहैं जागि नि छी,
काव् धन येतू है गोछी
विकि समाव को करछी,
कूंरौ 'पूरन' लगौ जुगत
वापिस ल्यौ एक एक पाइ,
देश लुटणियां कैं जेल भेजो
कब्जै ल्यो कमै जो काइ ।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
14 .01. 2020
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