Friday 31 January 2020

Bachchon ke liye ho kaarykram : बच्चों के लिए हो कार्यक्रम

मीठी मीठी - 418 : बच्चों के लिए भी हो कुछ सांस्कृतिक आयोजनों में

      अक्सर जब भी हम सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जाते हैं तो इक्का-दुक्का जगहों को छोड़कर वहां सांस्कृतिक या सृजनात्मक तौर पर बच्चों के लिए कुछ भी आयोजन नहीं होता । अधिकांश सांस्कृतिक आयोजन सिर्फ नृत्य -गीत -संगीत तक ही सीमित रहते हैं । सुनने- कहने में यह बुरा जरूर लगेगा परन्तु यह सत्य है । अपवाद को छोड़ दें तो बच्चे इन कार्यक्रमों में रुचि नहीं ले रहे और इसी कारण वे वहां जाने में आनाकानी भी करते हैं । बच्चों के लिए चित्रकला, सामान्य ज्ञान, कविता उच्चारण, फैन्सी ड्रेस, नाटक आदि कुछ तो होना ही चाहिए ।

     30 जनवरी 2020 को वसंत पंचमी के अवसर पर इंद्रप्रस्थ मैथिल मंच (पंजी.) रोहिणी दिल्ली ने महासरस्वती पूजनोत्सव कार्यक्रम किया जहां यज्ञ, पूजा, नृत्य, सांस्कृतिक आयोजन के साथ ही बच्चों के लिए चित्रकला, सामान्य ज्ञान और फैन्सी ड्रेस प्रतियोगिता कराई गई । इन तीनों ही विधाओं में दो- दो ग्रुप थे - जूनियर और सीनियर । बच्चों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया और सभी श्रेणियों में प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार दिए गए ।

      इन विधाओं में संस्था द्वारा दी गई भागीदारी निभाने का मुझे भी अवसर मिला । एक शानदार अनुभव के साथ मैं कह सकता हूं कि यह एक अत्यंत ही सफल आयोजन रहा । संस्था के अध्यक्ष श्री अजीत कुमार सिंह एवं कार्यक्रम संचालक श्री टी एन झा और इनकी समस्त टीम ने एकजुटता का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया । सभी प्रतियोगिता सम्पन्न करने में मुझे श्रीमती वंदना जी एवम् संजीव कुमार जी (दोनों अध्यापन से जुड़े हुए व्यक्ति) का भरपूर सहयोग मिला ।

     इंद्रप्रस्थ मैथिल मंच रोहिणी दिल्ली को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए अन्य सभी संस्थाओं से भी निवेदन करूंगा कि बच्चों के लिए भी सांस्कृतिक आयोजनों में कुछ विधाओं का समावेश अवश्य करें तभी भावी पीढ़ी का सार्थक निर्माण होगा और बच्चों में सामाजिकता, एकजुटता तथा देशप्रेम की फुनगियां पनपने लगेंगी और बच्चो का सांस्कृतिक विकास भी होगा ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
31.01.2020

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