मीठी - 334 : रक्षाबंधन क त्यार
रक्षाबंधन क त्यार
भै बैणियां क प्यार,
भै क भरौस बैणि कैं
बैणि क भरौस भै कैं ।
क्वे दूर क्वे नजीक
राखी में याद वीक,
कैं भै दगाड़ बैणि भैजीं
कैं लिफाफ में राखी ऐजीं ।
त्यारों क रां सबूं कैं इंतजार
घर ऐ जानी जो छीं भ्यार
त्यार - ब्यारों कि चली छ रीत
जतू त्यार उतू गीत संगीत ।
सबै त्यार मिलन सार
त्यारों ल बढ़ते जां भैचार,
मनखी रैजां धारै धार
मेल करै दिनी हमार त्यार ।
पूरन चन्द्र कांडपाल
15.08.2019
रक्षाबंधन और स्वतंत्रता
दिवस कि शुभकामना ।
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