मीठी मीठी - 331 : हौसले से हुनर की उड़ान
12 अगस्त 2019 को नई दिल्ली के एल टी जी सभागार में सुप्रसिद्ध संगीतकार राजेन्द्र चौहान जी के समन्वयन में उत्तराखंड के दिव्यांग प्रतिभाओं के उत्थान एवम् कल्याणार्थ एक गीत - संगीतमय आयोजन किया गया । देश की राजधानी में इस तरह का यह विशेष आयोजन शायद पहली बार देखा गया । हुनर है तो कदर है... उड़ान हौसलों की...जैसे प्रेरणादाई शब्दों के उद्घोष के साथ यह अद्भुत एवं अकल्पनीय कार्यक्रम दीप प्रज्वलन के साथ शुरू हुआ । पूज्य भोले जी महाराज एवम् करुणामयी माता मंगला जी के आशीर्वाद से प्रशस्त इस आयोजन का संयोजन लोक गायिका कल्पना चौहान ने किया तथा इसके प्रायोजक एवम् प्रस्तुतकर्ता वरिष्ठ अधिवक्ता संजय शर्मा दरमोड़ा थे । पर्वतीय संस्कृति संस्था द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम को चौहान जी की पूरी टीम में बड़े समर्पण भाव से निभाया ।
इस गीत - संगीतमय कार्यक्रम को उत्तराखंड के लगभग दो दर्जन दिव्यांग प्रतिभाओं ने प्रस्तुत किया । दिव्यांग होने के बावजूद भी हर्षित - प्रफुल्लित इन प्रतिभाओं के नाम हैं - सर्वश्री गुरु सतीश, महेश, विजय बिष्ट, प्रवीण नेगी, सुधीर वानी, निर्मल, अंजलि, आदित्य पंत, पनी राम, चांदनी (7 वर्ष), निर्मला, प्रेम, नैथानी, मेहता, सुनील लाल (कमांडर), सौरभ कपरवान, धन सिंह कोरंगा आदि। ये सभी दिव्यांग प्रतिभाएं अल्मोड़ा, बागेश्वर, बेरीनाग, पिथोरागढ़, बाजपुर, हल्द्वानी, पौड़ी, सतपुली, टिहरी गढ़वाल, चमोली आदि स्थानों से अपना हुनर दिखाने दिल्ली बुलाए गए थे जिनके साथ इनके अभिभावक थे ।
कार्यक्रम अपने निर्धारित समय पर आरम्भ हुआ । हमने सभागार में बैठ कर महसूस किया कि किसी भी दिव्यांग जन को यदि सहारा मिले, हुनर को तराशने वाला मिले और कला को प्रस्तुत करने के लिए मंच मिले तो ये सभी दिव्यांग कलाकार अपनी पहचान बना सकते हैं । चौहान जी और कल्पना जी ने राजधानी में इन्हें मंच दिलाने के लिए अथक प्रयास किया और आयोजन करने ये लिए संसाधन जुटाए । इस पुण्य कार्य के लिए चौहान जी की सोच और पहल की सराहना की जानी चाहिए । दरामोडा जी 'नई दिशा नई पहल ' की सोच के साथ समाज में कुछ नया करने के लिए प्रतिबद्ध दिखाई देते हैं जो बहुत सराहनीय है ।
इस कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे जिन्होंने कई बार अपने स्थान पर खड़े होकर इन दिव्यांग कलाकारों की बेमिसाल प्रस्तुतियों को करतल ध्वनि से सम्मानित किया । आदरणीय माता मंगला जी ने अपने संबोधन में सभी दिव्यांग कलाकारों का मनोबल बढ़ाया और भविष्य में मदद का आशीर्वाद देते रहने का आश्वासन भी दिया । सभी प्रतिभाओं को मंच में सम्मानित - पुरस्कृत भी किया गया । चौहान जी ने दरामोड़ा जी और माता मंगला जी का इस आयोजन हेतु आभार व्यक्त किया । कल्पना जी ने सभी दिव्यांग प्रतिभाओं की कला निखारने में सहयोग तो किया ही, उनके साथ अपनी आवाज भी साझा की। इस सफल आयोजन का सफल एवम् कुशल संचालन नैनीताल से आए हुए नवीन पांडे जी ने अपनी सुमधुर आवाज में किया। इस नई सोच, नई पहल, और इन प्रतिभाओं को राजधानी में मंच प्रदान करने के लिए संगीतकार राजेन्द्र चौहान जी और उनकी अनुशासित टीम को बधाई और शुभकामना ।
पूरन चन्द्र कांडपाल
13.08.2019
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