Saturday 20 November 2021

Vidroh ki himmat : विद्रोह कि हिम्मत

खरी खरी - 963 : कथां गे विद्रोह कि हिम्मत ?

मि पढ़ी लेखी छयूं

पहाड़ है भ्यार काम करैं रयूं,

पहाड़ में काम नि मिल 

भ्यार धाक- फच्चेक खां रयूं,

घर ऐ बेर गणतु-जगरियां क

चक्कर में ऐ जां रयूं,

उनार कूण पर मंदिरों में

बकार -मुर्ग काटें रयूं,

दुनिय में यस कैं नि हुन

जस पहाड़ में देखै रयूं,

काम य भौत गलत छ

भलीभांत समझण लै रयूं,

विद्रोह करण कि हिम्मत हरैगे

घुटि घुटि बेर मरैं रयूं ।

पूरन चन्द्र कांडपाल

21.11.2021

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