मीठी मीठी - 665 : बाल दिवस पर ' बचपन बचाओ ' का स्मरण
कल 14 नवम्बर 2021 को हमने देश के प्रथम प्रधानमंत्री भारत रत्न, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया। बच्चों के लिए हमारे देश में आज भी बहुत कुछ करने की आवश्यकता है। ऐसे ही एक महान मनीषी हैं नोबेल पुरस्कृत कैलाश सत्यार्थी जी जो विगत 4 दसकों से बचपन बचाओ आंदोलन से जुड़कर बाल शोषण के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं। इस पुनीत कार्य में उन्हें पत्नी सुमेधा जी का भी सहयोग मिला है। वे ग्लोबल मार्च अगेंस्ट चाइल्ड लेबर ( वैश्विक अभियान ), ग्लोबल कैंपेन फॉर एजुकेशन तथा कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के अध्यक्ष हैं । 1981 से आज तक वे 144 देशों के करीब नब्बे हजार बच्चों को शोषण, बंधुवा मजदूरी, और चाइल्ड अब्यूस से मुक्ति दिला चुके हैं।
इस पुनीत कार्य के लिए कैलाश सत्यार्थी जी को 10 दिसंबर 2014 को मलाला युसुफजई के साथ संयुक्त रूप से नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सत्यार्थी जी ने 7 जनवरी 2015 को इस पुरस्कार का पदक तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को सौंप कर राष्ट्र को समर्पित कर दिया। बच्चों के अधिकारों के लिए सदैव युद्धरत सत्यार्थी जी को नमन। बाल दिवस की शुभ अवसर पर उनकी संस्था चिल्ड्रन फाउंडेशन जस्टिस फॉर चाइल्ड को सहयोग करने पर सुकून मिलता है। जो भी व्यक्ति इस संस्था को दान करना चाहे वे नेट पर "Donate for Justice for child " साइट पर लॉग ऑन कर दान कर सकते हैं।
कई पुरस्कारों से सम्मानित सत्यार्थी जी के इस प्रेरक कार्य के बारे में मैं अपनी दो पुस्तकों " लगुल " (2015) और " महामनखी " (2016) में चर्चा कर चुका हूं। कल ही हमने आदर्श ज्ञानार्जन विद्यालय समिति, गरुड़ बागेश्वर के अध्यक्ष श्री मोहन चंद्र जोशी जी के सहयोग से एक वर्चुअल बाल दिवस आयोजन भी किया जिसमें कई बच्चे, अभिभावक, साहित्यकार और कवि जुड़े। इस अवसर पर भी बचपन बचाओ की चर्चा हुई। यह कार्यक्रम सायं 7 बजे से 8.15 सायं तक जारी रहा। आप सभी को पुनः बाल दिवस की बधाई और शुभकामना। आदर्श ज्ञानार्जन विद्यालय समिति के अध्यक्ष और मोहन कृति के सूत्रधार/ संयोजक साहित्यकार/कवि श्री मोहन चंद्र जोशी जी का इस आयोजन के लिए हार्दिक आभार।
पूरन चन्द्र कांडपाल
15.11.2021
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