खरी खरी - 561 : पुलवामा कांड की दुखद बरसी
आज 14 फरवरी 2020 को पुलवामा आतंकी कांड की बरसी है ।आज ही के दिन 2019 को पुलवामा में हमारी CRPF के 44 जवान एक फियादीन हमले में शहीद हो गए थे । अभी तक उस कांड की छानबीन नहीं हुई है । 15 फरवरी 2019 को मैंने उन शहीदों की श्रद्धांजलि में कुछ शब्द लिखे थे । उन शब्दों को श्रद्धांजलि बतौर पुनः उद्धृत कर रहा हूं - पूरन चन्द्र कांडपाल, 14.02.2020
"खरी खरी - 384 : पुलवामा में आतंकी कायरता
कल 14 फरवरी 2019 की अपरान्ह पुलवामा कश्मीर में एक फिदायीन आतंकी हमले में हमारी CRPF के 44 जवान शहीद हो गए । जब जवान अपनी बस में बैठकर जम्मू से श्रीनगर जा रहे थे पुलवामा में एक फियादीन ने उनकी बस पर बारूद भरी कार टकरा दी । इस भयानक विस्फोट से यह हादसा हुआ । कई जवान घायल भी हुए हैं जिनका सैनिक अस्पतालों में उपचार हो रहा है ।
यह बहुत दुःखद घटना है जिससे पूरा देश दुखी है, स्तब्ध है और इन शहीद परिवारों के साथ दृढ़ता से खड़ा है । जिन्होंने ने अपनों को खोया है हम उनके दुख में शामिल हैं । ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए थी । हमारी कानवॉय को टक्कर मारने यह फियादीन हाइवे पर कैसे आ गया, यह बहुत बड़ी चूक है जिस चूक की कीमत हमें 44 बहादुरों को खोकर चुकानी पड़ी है । इसकी गहराई से जांच होनी चाहिए ।
इस समय हमें संयम से काम लेना होगा । टी वी चैनलों पर शोर मचाने से लाभ नहीं । संतुलित भाषा बोलने की जरूरत है । सेना अपना काम अवश्य करती है और यहाँ भी करेगी । टी वी चैनलों पर गरम बहस भी अनुचित है । सभी राजनैतिक दलों को इस समय एकजुटता दिखानी है तथा सरकार और सुरक्षाबलों का मनोबल भी बढ़ाना है । हमारी सेना प्रोफेसनल है वह इस तरह के संकटों से जूझना जानती है और जूझेगी भी । इस घटना के सभी शहीदों को विनम्र श्रद्धाजंलि । भविष्य में ऐसी चूक न हो इसके लिए हमें कायर आतंकियों से बहुत चौकन्ना रहने की जरूरत है ।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
15.02.2019 "
(विगत वर्ष की खरी खरी )
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