उजाले की ओर
खरी खरी - 562 : मतलबी लोग
मतलबी लोग मतलबी यार, दिखावटी दुनिय दिखावटी प्यार, मतलब निकलि गोय पै भुलि जानी, रुबरू मिलनी अपन्यार है जानी, धरम करम न्हैगो मतलबी रैगो, कस जमान देखौ कस जमान ऐगो ?
पूरन चन्द्र काण्डपाल 15.02.2020
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