खरी खरी - 502 : नदियों में मूर्ति विसर्जन
देश की राजधानी में 8 अक्टूबर 2019 को दुर्गा मूर्ति विसर्जन के अवसर पर कुछ लोगों ने निषेध के बावजूद भी यमुना में मूर्तियां डाली । आई एस बी टी फ्लाई ओवर पर बिखरी हुई पूजा सामग्री स्वच्छता अभियान को मुंह चिढ़ा रही हैं जबकि इस बार दिल्ली में कृत्रिम तालाब बना कर विसर्जन की सुविधा उपलब्ध थी । वोट के खातिर नेता चुप रहते हैं और धार्मिक रश्म में भाग लेते हैं । ऐसे में सिर्फ झाड़ू के साथ फोटो खींचा कर स्वच्छता अभियान कैसे चलेगा ?
दुर्गा पूजा से पहले गणपति पूजा पर भी देश की नदियों का बुरा हाल किया गया। लोगों ने नदियों की दुर्दशा करना अपने धार्मिक आयोजन में शामिल कर लिया है । नदियों को पूजने वाले ही यह निंदनीय कार्य करते हैं । यदि यही हाल रहा तो नदियां एक दिन सरस्वती की तरह लुप्त होकर इतिहास बन जाएंगी । देश का नदी मंत्रालय , जल शक्ति मंत्रालय, यमुना प्लान, नदी बचाओ अभियान, सब के सब देखते रह जाते हैं और नदियां गंदे नालों में परिवर्तित हो जाती हैं । कानून बना तो दिए परन्तु उनका सख्ती से अनुपालन नहीं होता । सिर्फ हवाई शोर क्यों ?
पूरन चन्द्र कांडपाल
10.10.2019
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