Sunday 27 October 2019

Der raat tak jale pataakhe : रात तक जले पटाखे

खरी खरी -513 : प्रतिबंध के बाद भी देर रात तक चले पटाखे

     27 अक्टूबर 2019 दीपावली की रात लोगों ने 10 बजे रात्रि के बाद भी खूब पटाखे जलाए । आरम्भ में करीब 8 बजे रात लग रहा था कि इस साल लोग प्रदूषण के कारण कम पटाखे चलाएंगे । लेकिन 9 बजे के बाद अंधाधुंध पटाखों का शोर होने लगा जो उच्च डेसीबल का था । सरकारी अपील और न्यायालय के आदेश की जमकर अवहेलना हुई । रात को ही हवा में प्रदूषण और धूल की परत दिखाई देने लगी ।

       राजधानी में 27 अक्टूबर की सुबह  कई जगह पर हवा में प्रदूषण 400 AQI  से अधिक था । 200 से कम AQI सामान्य माना जाता है । इस प्रदूषण का प्रचार पहले से ही किया गया था । इसके बावजूद लोगों ने पटाखे जलाए । कुछ नव धनाढ्यों और नम्बर दो की कमाई वाले मनचलों ने पटाखों के शोर और प्रदूषण से पूरे समाज को दुखित और पर्यावरण को प्रदूषित किया । लोग समाज के स्वास्थ्य से इस तरह कब तक खिलवाड़ करते रहेंगे, इस प्रश्न का उत्तर किसी के पास नहीं है ।

        28 अक्टूबर की सुबह धुएं की परतें कम नजर आईं । लोगों ने बताया कि इस बार पिछले साल की तुलना में कुछ कम पटाखे जले । जले पटाखों के अवशेष सड़क पर कई जगह अधिक और कई जगह कम दिखे । उन सभी लोगों को धन्यवाद जिन्होंने पटाखे नहीं जलाकर अपने मासूम बच्चों के फेफड़ों को प्रदूषण से बचाया और अपने बच्चों की समझाया । काश ! इस बात को सभी लोग समझते तो हमारी समस्याएं काम हो जाती ।

पूरन चन्द्र कांडपाल
28.10.2019

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