खरी खरी - 514 : बहू कहां से आएगी ?
लड़की को है मार रहे
देना पड़े जो दहेज,
बेटा मेरा खाएगा जो
रखा है मैंने सहेज,
रखा है मैंने सहेज
बहू संग मौज करेगा,
वो भी तो कुछ लाएगी
घर उससे भरेगा,
कह 'पूरन' गुर्राए
मारे जोर से नड़की,
बहू कहां से आएगी
जब मारे तू लड़की ?
( कन्या भ्रूण हत्या के कसाइयों,
दहेज लोभियों, पुत्र सिंड्रोम रोग ग्रसितों,
पिंडदान - सराद के अभिलाषियों को समर्पित।)
पूरन चन्द्र काण्डपाल
29.10.2019
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