खरी खरी - 495 : पितृपक्ष में रोपिये एक पौधा पितरों के नाम
होली दिवाली दशहरा
पितृपक्ष नवरात्री,
ईद क्रिसमश बिहू पोंगल
गुरुपूरब लोहड़ी ।
पौध रोपित एक कर
पर्यावरण को तू बचा,
उष्म धरती हो रही
शीतोष्णता इसकी बचा ।
हम बच्चों को पढ़ा रहे हैं ,
बड़े होकर वे रहेंगे कहां?
जल विहीन वायु विहीन
पृथ्वी रहने लायक तो रहेगी नहीं ।
धरा में हरियाली लाओ
पेड़ लगाओ पृथ्वी बचाओ ।
पूरन चन्द्र कांडपाल
25.09.2019
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