Sunday 31 March 2019

Dwi kavi sammelan :द्वि कवि सम्मेलन

मीठी मीठी - 255 : बेई आपणि भाषाक द्वि कवि सम्मेलन 

     बेई 31 मार्च 2019 हुणि दिल्ली में द्वि जागि आपणि भाषा कुमाउनी-गढ़वाली में कवि - सम्मेलन आयोजित करिगो । पैल कवि सम्मेलन धोपरि है पैलि गढ़वाल भवन नई दिल्ली में उत्तरांचल विद्वत परिषद दिल्ली द्वारा आयोजित हौछ और ब्याखुलिक टैम में  दुसर कवि -सम्मेलन सुशांत विहार में उत्तराखंड साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच सुशांत विहार दिल्ली (अध्यक्ष बलवंत सिंह रावत और महासचिव रमेश हितैषी  ) द्वारा आयोजित करिगो ।


        गढ़वाल भवन में विद्वत परिषदक अध्यक्ष पंडित महिमानंद द्विवेदी ज्युकि अध्यक्षता एवं वरिष्ठ कवि रमेश चंद्र घिल्डियाल ज्यूक संयोजन और डा. पवन मैठानी ज्यूक संचालन में हौछ । य आयोजन में नव- वर्ष एवं नव संवत्सर पर विचार गोष्ठी हैछ जमें मुख्य वक्ता छी सर्वश्री पं महिमानंद द्विवेदी, डॉ जीतराम भट्ट, डॉ हेमा उनियाल, सुश्री मीरा गैरौला,  कुसुम नौटियाल, पूरन चन्द्र काण्डपाल,  सी एम पपनै, मंगत राम धस्माना, डॉ प्रयाशी,  पं मधुकर द्विवेदी आदि ।  आयोजन में कएक आचार्योंल लै स्वस्ति वाचन करौ । कवि सम्मेलन में मुख्य कवि छी सर्वश्री ललित केशवान, पूरन चन्द्र काण्डपाल, दिनेश ध्यानी, जयपाल सिंह रावत, रमेश हितैषी, गिरीश भावुक आदि । य मौक पर द्वि किताबोंक लोकार्पण लै हौछ - 1. 'उत्तराखंड के सिद्धपीठ' (लेखक मंगत राम धस्माना), 2.'उत्तराखंड की भाषा के ध्वनि आखर' (लेखक डॉ बिहारी लाल जलंधरी ) ।


      सुशांत विहार कवि-सम्मेलन में सुरेन्द्र रावत ज्यूक अलावा बाकि सब उईं कवि छी जनूल गढ़वाल भवन में काव्यपाठ करौ । याँ सांस्कृतिक कार्यक्रम लै छी जैक संचालन सुश्री मंजू बहुगुणा द्वारा हौछ । य कार्यक्रम में अन्य कलकारोंक अलावा मुख्य गायक छी सर्वश्री बिशन हरियाला, महेन्द्र सिंह रावत, सुश्री चंद्रकांता शर्मा और कविता गुसाईं । कार्यक्रम में जां एक तरफ कवियोंल काव्य रसकि इंद्रधनुषी बारिश करी, वां दुसरि तरफ गायकोंल लै गीत गंगा बहै । द्विये सफल आयोजनोंक लिजी आयोजकों कैं भौत-भौत बधै और शुभकामना । साहित्यिक आयोजनोंक  दी जागते रौण चैंछ तबै हमरि भाषा एवं संस्कृति ज्यौन रौलि और फललि-फललि ।


पूरन चन्द्र काण्डपाल

01.04.2019


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