Sunday 3 March 2019

Shivratri : शिवरात्रि

खरी खरी - 393 : शिवरात्रि पर करें विचार !

     आज शिवरात्रि पर्व है । मित्रगण शिव की खूब तस्वीर भेज रहे हैं । हैप्पी हैप्पी बोल रहे हैं । तस्वीर भेजने के बजाय शिव कर्म किया जाय, प्रकृति - पर्यावरण के बारे में सोचा जाय तो यह इस पृथ्वी और समाज के लिए आपका बड़ा योगदान होगा तथा शिव भी प्रसन्न होंगे और आपको सुकून भी मिलेगा ।

      पौराणिक कथानुसार समुद्र मंथन से निकले 14 रत्नों में से एक विष भी था । इस सृष्टि को बचाने के लिए भगवान शिव ने विष को अपने कंठ में रख लिया । यदि कोई शिव की आराधना करता है तो उसे  कम से कम एक व्यक्ति से शराब, गुटखा, धूम्रपान, तम्बाकू या कोई भी नशा छुड़ाने का प्रयास  आज अवश्य करना चाहिए । शिव की इससे बढ़कर सुंदर पूजा और क्या हो सकती है ?

       हमारे शिव भांग नहीं पीते । हमारे कोई भी देवता नशा नहीं लेते । शिव ने कभी भांग नहीं पी । भैरों के नाम से शराब और शिव के नाम से भांग- चरस पीना नशेड़ियों का काम है । ये अपनी दुकान चलाते हैं जिसके लिए देवताओं को बदनाम करते हैं । आज शिवरात्रि के दिन सोसल मीडिया में भांग घोटने के कई वीडियो प्रसारित हो रहे हैं जो भ्रमित करते हैं । इन बगुला भगतों पर वास्तविक भक्तों का चुप रहना भी अपसंस्कृति को सहन करना है ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
04.03.2019

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