Saturday 2 March 2019

Patniyon par chutkule : पत्नियों पर चुट्कुले

बिरखांत – 252 :पत्नियों पर चुटकुले

      'पत्नी बिना जग सूना ही सूना, मन नीरस हो जलता ही जाए जैसे मुँह को जलाये पान का चूना ।' मैंने अब तक जितना साहित्य लिखा उसमें साठ प्रतिशत महिला विमर्श है जो कई विधाओं में विभिन्न तरीके से वर्णित है |  प्रति दिन सोसल मीडिया में पत्नियों के बारे में बहुत चुटकुले लहराए  जाते हैैं  | एक से एक लाजवाब, अनोखे और अद्भुत, कारतूस टाइप परन्तु सरस और लुभावने | पर क्या पत्नी के बिना हम अधूरे नहीं हैं ? डरो मत और कुंआरों को भी मत डराओ | यह बात जुदा है कि पत्नियों की तरफ पतियों के बारे में चुटकुले सुनने को नहीं मिलते ।

     पहले ही कुछ लड़के ब्या करने से अबाउट टर्न करने लगे हैं | शादी करने से मुंह फेेरने लगे हैैं । इतना डर गए हैैं जैसे पत्नी इन्हें इनके परिवार से छीन लेेेगी । अरे भाई डर जाओगे तो देेेश में बच्चे कैसे आएंंगे ?  कुँवारो को हिम्मत करनी  चाहिए | हम सभी पति तुम्हारे साथ हैं | (पुरुष होकर तुम चैन से क्यों रहो ? हम भुगत रहे हैं, तुम भी भुगतो ) | ये ब्रेकेट में लिखा हुआ कृपया कुंआरे नहीं पढ़ें | सभी पतियों की तरफ से पत्नियों को ये चापलूसी पंक्तियां समर्पित हैं -

पत्नी तुम भार्या ही नहीं हो,
मित्र बंधु और शाखा हो तुम
जीवन नाव खेवया तुम हो,
वैद हकीम दवा भी तुम |

     यदि नाश्ता, लंच और डिनर भलेही ऐठन के साथ ही सही, चाहिए तो पत्नी के लठ्ठे, डंडे , तीर और तलवार रूपी सभी टौन्ट सहने में क्या हर्ज है ? मोटा कलेजा करके कभी-कभी  "तू बहुत अच्छी है , तू चंद्रमुखी है, तू कैकई नहीं बल्कि सावित्री है, यार...तेरे बिना...हूँ हूँ ...हा हा .." कहने से लाभ ही मिलेगा | थोड़ा कहना अधिक समझना । ये बात किसी को बताने की जरूरत नहीं | यह मन्त्र सिर्फ मेरे सोसल मीडिया के पुलिंग मितुरों के लिए है |

पूरन चन्द्र काण्डपाल
03.03. 2019

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