Tuesday 11 September 2018

Uttrayani ki pahal :उत्तरायणी की पहल

मीठी मीठी -160 : 'उत्तरायणी' की एक पहल

        5 सितम्बर 2018 को कांस्टीट्यूसन क्लब नई दिल्ली में 'उत्तरायणी' द्वारा भेंट की गई पुस्तक 'उत्तरायणी'-2017 ('उत्तरायणी' की एक पहल- युवाओं का भविष्य) युवाओं के भविष्य हेतु एक शानदार दस्तावेज है । 184 पृष्ठ की हिंदी और अंग्रेजी में लिखी गई यह पुस्तक युवा पीढ़ी का उत्कृष्ट मार्ग दर्शन  करेगी । पुस्तक में कई विद्वान लेखकों के शब्दों के साथ मेरे शब्दों को भी स्थान देने के लिए संस्था का आभार ।

     5 सितम्बर 2018 को जब यह पुस्तक निःशुल्क वितरित की जा रही थी तो उसी क्रम में मैं भी इसे प्राप्त कर सका । जब भी मुझे कोई पुस्तक/पत्रिका भेंट की जाती है मैं उसे समय निकाल कर अवश्य देखता हूँ औऱ भेंटकर्ता को दो शब्द जरूर लिखता या कहता हूँ । सभागार में यह पुस्तक लगभग सबको मिली । पता नहीं इसे कितने लोग पढ़ेंगे और कितने लोग संस्था को दो शब्द लिखेंगे । मेरा मानना है बहुत कम लोग ऐसा करेंगे । यह मेरा विगत चार दशकों से कलमघसीटी का अनुभव है ।

       'उत्तरायणी' संस्था के अध्यक्ष श्री कृष्ण आर्य (से.नि. IAS ) औऱ उनकी टीम को इस दस्तावेज को प्रकाशित करने के लिये किये गए श्रम हेतु बधाई और शुभकामना । आशा है 'उत्तरायणी' के बढ़ते कदम गंगा की निश्छल धार की तरह अविरल अग्रसर रहेंगे । पुस्तक निःशुल्क संस्था के पास उपलब्ध है ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
12.09.2018

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