खरी ख़री - 340 : मरण बाद याद
मैंसा क मरण बाद
काबिलियत याद ऐं,
वीक ज्यौंन छन
दुनिय चुप रैं ,
गौरदा गिरदा शेरदा क
बार में लै यसै हौ,
उनार जाण बाद
लोगों कैं यौ महसूस हौ ।
क्ये बात नि हइ
क्वे त उनुकैं याद करें रईं,
उनरि याद में कभतै त
गिच खोलें रईं,
अणगणत हुनरदार
चुपचाप यसिक्ये गईं,
शैद दुनिय कि रीत यसी छ
जान जानै यौ बात कै गईं ।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
20.11.2018
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