Sunday 18 November 2018

Gaje ghale : विक्टोरिया क्रॉस गजे घले

मीठी मीठी - 187 :  विक्टोरिया क्रॉस कप्तान गजे घले पुरस्कार

     विक्टोरिया क्रॉस विजेता कप्तान गजे घले कि याद में य पुरस्कार मिकैं म्येरि किताब "महामनखी" क लिजी राष्ट्रीय कुमाउनी भाषा सम्मेलन अल्मोड़ा में 12 नवम्बर 2018 हुणि प्रदान करिगो । य किताब में 21 परमवीरचक्र और 66 अशोकचक्र विजेताओं कि तीन भाषाओं (कुमाउनी, हिंदी और अंग्रेजी) में चर्चा छ । य पुरस्कारक प्रायोजक केसर घले ज्यू कैं य किताब अल्माड़ में भैंट करिगे और उनरै सानिध्य में पुरस्कार सम्मानीकरण लै हौछ ।

       को छी कप्तान गजे घले ?  गजे घले नेपाली मूलक एक ब्रिटिश इंडियन आर्मीक सैनिक छी । उनर जन्म 01.8.1918 हुणि हौछ और 16 साल कि उमर में 1934 में ऊं 2/5 रॉयल गोरखा राइफल में भर्ती हईं । 1943 में दुसर विश्व युद्ध क दौरान उनरि पलटन बर्मा में छी । इनरि प्लाटूनल जापानी सेना दगे जमि बेर युद्ध करौ और घमासान युद्ध करते हुए जापानी सेना कैं अघिल बढ़ण है रोकौ । लड़ाइक दौरान इनार छाति और बदन में कतू जाग पर गोइ लागी । फिर लै गजे घलेल मोर्चा नि छोड़ । इनरि बहादुरील ब्रिटिश इंडियन आर्मिक मनोबल बढ़ौ और जापानी सेना पस्त हैछ । इनरि बहादुरी देखि इनुकैं 1943 में बहादुरीक सर्वोच्च सम्मान 'विक्टोरिया क्रॉस' (वर्तमान में परमवीरचक्र) प्रदान करिगो ।

     विक्टोरिया क्रॉस विजेता गजे घले कैं सेवानिवृत हुण है पैली हौनरेरी कैप्टन पद दिइगो । 28 मॉर्च 2000 में 82 वर्षकि उमर में उनर देहांत हौछ । उनर च्यल केसर घलेल उनरि स्मृति में एक पुरस्कार दीणक लिजी कुमाउनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति कसारदेवी अल्मोड़ा कैं एक लाख रुपै दान दी रईं । उ रकम पर जो ब्याज मिलूं उ सैन्य सेवाओं पर लेखी किताब कैं दिई जांछ । 2018 में य पैल सम्मान 'विक्टोरिया क्रॉस कैप्टन गजे घले स्मृति पुरस्कार' म्येरि किताब "महामनखी'' कैं प्रदान करिगो । कलिंगपोंग निवासी केसर घले ज्यूकि सोच कैं विनम्र नमन ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
17.11.2018

No comments:

Post a Comment