Sunday 12 September 2021

Mahangai par brake :महंगाई पर ब्रेक

खरी खरी - 925 : मंहगाई, भ्रष्टाचार और अपराध पर लगे ब्रेक

      यह सर्व विदित है कि एक अच्छे ड्राइवर का ध्यान सिर्फ एक्सलेटर पर ही नहीं होना चाहिए । ब्रेक, गेर और पहियों की हवा पर भी होना चाहिए तभी गाड़ी ठीक से चले । गरीब को जिन्दा रहने के लिए कम से कम छै चीजें चाहिए- आटा, चावल, दाल, चीनी, चाय और नमक । इन सबके दाम बहुत बढ़ गए।  दूध, घी-तेल, सब्जी के बिना भी वह जी लेता है । नमक के पानी में डुबाकर भी वह रोटी खा लेता । प्याज जिसे वह रोटी के ऊपर नमक के साथ खाता था वह अब उसे नसीब नहीं है । वर्तमान में प्याज ₹ 40 /- से  ₹ 60/- तक बिक रहा है । बिस्कुट, ब्रेड से लेकर सामान्य दवाओं की कीमत भी कुलाचें मार रही हैं । हर महीने कैमिष्ट को अधिक राशि देनी पड़ती है ।

      हम सब जानते हैं सात वर्ष पहले देश में सत्ता परिवर्तन के कई मुद्दों में से ये 4 मुख्य मुद्दे थे बढ़ती मंहगाई, बढ़ता भ्रष्टाचार,तेल की बढ़ती कीमत और बढ़ता अपराध । उक्त छै वस्तुओं के दाम कम होने के बजाय बहुत आगे निकल गए । बी पी एल कार्ड सभी गरीबों के पास नहीं है  । विशेषतः असंगठित क्षेत्र के गरीब मजदूरों के पास बी पी एल कार्ड नहीं होता ।  पेट्रोल - डीज़ल के दाम तो बढ़ते ही जा रहे हैं जिसके कारण अन्य चीजों के दाम भी स्वतः ही बढ़ गए हैं । गैस सिलिंडर 410/- से उछलकर ₹ 884 /- का हो गया है और पेट्रोल ₹ 72/- से उछलकर ₹ 101/- प्रति लीटर हो गया है। अपराध भी घटने के बजाय बढ़ते ही जा रहे हैं  । आम जनता की राहत के लिए बढ़ती तेल - गैस की कीमत, बढ़ती मंहगाई, बढ़ते अपराध और बढ़ते भ्रष्टाचार पर शीघ्र ब्रेक लगना चाहिए ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
13.09.2021

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