खरी खरी - 923 : अमेरिका में आतंकी कहर के बीस वर्ष
आज से 20 वर्ष पहले 11 सितम्बर 2001 को अमेरिका में आतंक की एक ऐसी वीभत्स घटना घटी जिसने पूरे विश्व को झकझोर दिया। आतंकियों ने 4 विमान हाइजैक किए और न्यूयॉर्क के विश्व प्रसिद्ध वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, ट्विन टावर और पेंटागन पर मिसाइल की तरह टकरा दिए। तब देश के राष्ट्रपति जौर्ज बुश थे। आतंकवाद के इस वीभत्स कुकृत्य से उस दिन 77 देशों के 2977 निर्दोष लोग मारे गए (एक भारतीय भी) तथा करीब 25 हजार से अधिक लोग घायल हुए । इस घटना में 19 आत्मघाती आतंकी भी मारे गए। प्रति वर्ष मारे गए इन निर्दोषों की स्मृति में अमेरिका में 9/11 को मौन श्रद्धांजलि दी जाती है।
आतंकवाद का अजगर आज भी मुंह बाए हुए है। विश्व के कई कोनों में आए दिन आतंकवादी घटना होती हैं। हमारा देश भी इस आतंकवाद से विगत तीन दसक से लड़ रहा है जिसमें हजारों लोगों ने अपने प्राण गंवाए हैं । देश में कई बार आतंक ने खतरनाक दस्तक दी है जिनमें संसद हमला और मुंबई आतंकी घटना शामिल है। हमें अपने सुरक्षा प्रहरियों पर गर्व है कि वे दिन - रात बड़ी चौकसी से देश की निगहबानी कर रहे हैं जिन्होंने ने कई आतंकवादियों का सफाया किया है। हम सबका भी यह कर्तव्य है कि हम आतंकवाद के प्रति सदैव चौकन्ने रहें। पूरे विश्व में आतंकवाद की जितनी भ्रत्सना की जाय वह कम है। आज के विश्व में आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है। पूरे विश्व को आतंकवाद का एकजुट होकर मुकाबला करना होगा तभी अमन चैन के दुश्मन इस अजगर का फन कुचला जा सकता है। 9/11 कांड में मारे गए सभी निर्दोषों को विनम्र श्रद्धांजलि।
पूरन चन्द्र कांडपाल
11.09.2021
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