Friday 28 December 2018

न mahagaaee, na bhrashtachaar aur na apraadh : न महंगाई घटी,न भ्रष्टाचार और न अपराध

खरी खरी - 360  : न मंहगाई घटी , न भ्रष्टाचार और न अपराध

     एक अच्छे ड्राइवर का ध्यान सिर्फ एक्सलेटर पर ही नहीं होना चाहिए । ब्रेक, गेर और पहियों की हवा पर भी होना चाहिए तभी गाड़ी ठीक से चलेगी । गरीब को जिन्दा रहने के लिए कम से कम छै चीजें चाहिए- आटा, चावल, दाल, चीनी, चाय और नमक । दूध, घी-तेल, सब्जी के बिना भी वह जी लेता है । नमक के पानी में डुबाकर भी वह रोटी खा लेता । साधारण बिस्कुट, ब्रेड से लेकर सामान्य दवाओं की कीमत भी कुलाचें मार रही हैं ।

     देश में सत्ता परिवर्तन के कई मुद्दों में से ये तीन मुख्य मुद्दे थे बढ़ती मंहगाई, बढ़ता भ्रष्टाचार और बढ़ता अपराध । उक्त छै वस्तुओं के दाम कम करने के बजाय बहुत आगे निकल गए । बी पी एल कार्ड सभी गरीबों के पास नहीं है  । विशेषतः असंगठित क्षेत्र के गरीब मजदूरों के पास बी पी एल कार्ड नहीं होता ।  पेटोल - डीज़ल के दाम तो बढ़ते ही जा रहे हैं जिसके कारण अन्य चीजों के दाम भी स्वतः ही बढ़ गए हैं ।  भ्रष्टाचार और अपराध भी घटने के बजाय बढ़ते ही जा रहे हैं  । हजूर आम जनता की राहत  के लिए बढ़ती मंहगाई, भ्रष्टाचार और बढ़ते अपराधों पर शीघ्र ब्रेक लगाइये ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
29.12.2018

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