Saturday 8 December 2018

Kabhain aapoohoon puchho : कभैं आपूहूँ पुछो ?

खरी खरी - 349 : कभैं आपूहैं पुछो !!


भाग्य क भरौस पर

तमगा नि मिलन

पुज-पाठ भजन हवन ल

मैदान नि जितिन,

पसिण बगूण पड़ूं

जुगत लगूण पणी,

कभतै हिटि माठु माठ

कभतै दौड़ लगूण पणी ।


पढ़ीलेखी हाय

पढ़ी लेखियां जस

काम नि करें राय ,

गिचम दै क्यलै जमैं थौ

आपू हैं नि पूछैं राय,

मरि-झुकुड़ि बेर कुण नि बैठो

ज्यौना चार कभें त जुझो,

क्यलै मरि मेरि तड़फ

क्यलै है रयूं चुप

कभैं आपूहैं पुछो ?


पूरन चन्द्र काण्डपाल

09. 12 .2018


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