मीठी मीठी -144 : याद रहेंगे अटल जी (1924- 2018)
पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न, अटल बिहारी वाजपेयी जैसे बहुआयामी व्यक्तित्व वाले शिखर पुरुष अमर रहते हैं । वे एक राजनीतिज्ञ तो थे ही, एक कवि, साहित्कार, कुशल वक्ता, पत्रकार और दूरदृष्टा भी थे । 93 वर्ष तक जीवित रहे भलेही जीवन का अंतिम चरण में अस्वस्थता ने उन्हें घेर लिया जिससे वे अंत तक लड़ते रहे । वे देश के तीन बार प्रधानमंत्री रहे ।( 13 दिन, 13 महीने और 5 वर्ष ,कुल लगभग 6 वर्ष)। उन्होंने ने 2005 में राजनीति से सन्यास ले लिया । "मेरी 51 कविताएं'' उनकी अमर रचना है जो सदैव प्रासांगिक रहेगी । उन्होंने संयुक्तराष्ट्र में हिन्दी में व्याख्यान दिया और अपनी विदेश नीति को वहाँ बड़ी प्रखरता से रखा ।
हास्य- व्यंग्य और कविता के धनी, विनम्र और व्यवहार कुशल अटल जी अपने प्रधानमंत्रीत्व काल में कुछ खास कार्यों के लिए हमेशा याद किये जाएंगे जिनमें मुख्य हैं सर्वशिक्षा अभियान 2001, स्वर्णिम चतुर्भुज योजना, प्रधानमंत्री सड़क योजना, दिल्ली में मेट्रो की शुरुआत, दिल्ली -लाहौर बस यात्रा, चीन से व्यापार संबंध, 1999 के कारगिल युद्ध विजय तथा पोखरण परमाणु परीक्षण -II, 11 -13 मई 1998 । अटल जी ने पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के कार्यकाल में हुए प्रथम पोकरण परमाणु परीक्षण 18 मई 1974 के कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए विश्व में भारत की आणविक शक्ति के परिचय को सुदृढ़ कराया । इसके अलावा अटल जी देश में सामाजिक सौहार्द और देश की इंद्रधनुषी संस्कृति तथा गंगा-जमुनी धरोहर के संरक्षक के रूप में भी लोगों के दिलों में राज करते रहेंगे ।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
17.08.2018
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