Saturday 2 February 2019

Padmsamman : पद्मसम्मान

मीठी मीठी - 230 : कैसे मिलते हैं पद्मसम्मान ?

      पद्मसम्मान जो 1954 से प्रतिवर्ष दिए जाते हैं, 2018 में पद्मसम्मान के लिए 50000 (पचास हजार) आवेदन पहुंचे थे जिनमें से केवल 112 (4+14+94) को ही ये सम्मान दिए गए । अधिकतम 120 नागरिकों को ही ये दिए जाते हैं । अपवाद को छोड़कर ये मरणोपरांत नहीं दिए जाते । सम्मान पाने वाले को कोई सरकारी सुविधा या रकम नहीं मिलती ।

      पद्मसम्मान तीन श्रेणी के हैं - पद्मविभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री ( ऊपर से नीचे को) जिन्हें किसी भी क्षेत्र में उच्चकोटि की सेवा का प्रदर्शन करने पर दिया जाता है । प्रधानमंत्री की अगुवाई में बनी एक कमिटी पुरस्कार पाने वाले नामों को अंतिम रूप देती है । इस कमिटी में कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, राष्ट्रपति के सचिव और 4 से 6 सदस्य होते हैं । आखिर में प्रधानमंत्री और राष्टपति सूची को मंजूरी देते हैं । सम्मान पाने वालों को एक प्रमाणपत्र तथा मैडल का रेप्लिका भी दिया जाता है ।

       कोई संस्था, व्यक्ति या स्वयं भी पद्मसम्मान के लिए नाम प्रस्तावित कर सकता है । पद्मसम्मान प्राप्त व्यक्ति सम्मान को अपने नाम के आगे- पीछे नहीं जोड़ सकता है । लेटर हैड या दूसरे कागजों में भी इसका प्रयोग नहीं किया जा सकता है । पूर्व सम्मानितों सहित 2019 में दिए गए सभी 112 पद्मसम्मान पाने वालों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
03.02.2019

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