Saturday 16 February 2019

Hamare shodhkarta : हमारे शोधकर्ता

खरी खरी - 385 : हमारे शोधकर्ता

        हाल ही में अंतरराष्ट्रीय संगठन क्लेरिवेट एनालिटिक्स ने दुनिया के सबसे काबिल 4000  (चार हजार ) शोधकर्ताओं (एचसीआर) की लिस्‍ट जारी की है। इस लिस्‍ट में भारत के केवल 10 शोधकर्ताओं का नाम शामिल हैं । यह जानकर हैरानी होती है कि इन 10 भारतीयों में केवल 1 ही महिला है। जहां इस लिस्ट में अमेरिका पहले नंबर पर है तो वहीं ब्रिटेन दूसरे और चीन ने तीसरा स्‍थान प्राप्‍त किया है। इन 4000 में अमेरिका के सबसे ज्यादा 2639 शोधार्थी,  ब्रिटेन के 546 शोधार्थी और चीन के 482 शोधार्थियों सहित कुछ अन्य देशों के नाम इस सूची में मौजूद है।

      हमारे शोधार्थी विश्व या चीन की तुलना में इतने कम क्यों हैं ? स्पष्ट है हम शोध के लिए उचित संशाधन उपलब्ध नहीं करा सकते । हमारे एम्स (AIIMS) सहित किसी भी अस्पताल में, विश्वविद्यालय में या किसी भी शैक्षणिक संस्थान में पूरा स्टाफ भी उपलब्ध नहीं है । स्कूल शिक्षकों की भी कमी किसी से छिपी नहीं है । देश और अधिकांश टी वी चैनलों के पास इन मुद्दों पर चर्चा करने का समय नहीं है क्योंकि उनका अधिकतर समय हिन्दू- मुस्लिम और अंधविश्वास सहित अन्य व्यर्थ -बहश में ही बीतता है । देश के टी वी चैनलों से निवेदन है कि राष्ट्रनिर्माण के मुद्दों को भी स्थान दें तभी भारतमाता की जय होगी ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
17.02.2019

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