Wednesday 29 April 2020

Patthar kyon ? :पत्थर क्यों

खरी खरी -  619 : कर्मवीरों पर पत्थर क्यों ?

        आज कोरोना लौकडाउन का 37वां दिन है । विश्व में कोरोना संक्रमितों की संख्या 32.19 लाख से अधिक हो चुकी है जबकि 2.28 से अधिक रोगी मृत हो चुके हैं । हमारे देश में संक्रमितों की संख्या 32 हजार से अधिक हो चुकी है और एक हजार से अधिक इस क्रूर के ग्रास हो चुके हैं । यह बहुत ही दुखद है और देश के लिए अपूरणीय क्षति है । हमें लौकडाउन का सम्मान करते हुए घर में रहना चाहिए ।

         जहां एक ओर देश इस त्रासदी से लड़ रहा है वहीं कुछ सिरफिरे उन कोरोना कर्म वीरों पर पत्थर फेंक रहे हैं जो अपना घर -परिवार त्यागकर सड़क से अस्पताल तक हर रूप में कोराना से लड़ रहे हैं । समाचारों में बताया जाता है कि अमुक जगह पुलिस पर पत्थर मारे गए और अमुक जगह कोरोना रोगी को लाने गए स्वास्थ्य कर्मियों को पत्थर मारे गए । यह बहुत पीड़ा दायक है । आखिर ये पत्थर मारने वाले कौन हैं जो बजाय कर्मवीरों का मनोबल बढ़ाने के उन्हें पत्थर क्यों मार रहे हैं ? राग हिन्दू - मुस्लिम भी कोरोना को रोकने में अड़चन पैदा करेगा । इस राग से देश को बचाना है । ये जो भी हैं ये इंसान नहीं हैं । ऐसी हरकत नरपिशाच ही करते हैं । सरकारों को इन सिरफिरों को सख्त से सख्त दंड देना चाहिए । कुछ सिरफिरों को छोड़कर सम्पूर्ण राष्ट्र कोरोना से लड़ने वाले इन कर्मवीरों को हार्दिक शुभकामना दे रहा है और 'नमन' कहते हुए उनका मनोबल बढ़ा रहा है ।

पूरन चन्द्र कांडपाल
30.04.2020

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