खरी खरी - 610 : आज राम जी की बात
आज रामजी के बारे में बहुत बड़े लेख की जरूरत नहीं है क्योंकि राम के बारे में हम सब जानते हैं, प्रतिवर्ष रामलीला भी देखते हैं, सुन्दर कांड का पाठ भी करते-सुनते हैं और यदाकदा राम कथा भी सुनते हैं । राम के बारे में जानते तो हैं परन्तु उनके बताए मार्ग पर नहीं चलते । राम की तरह हम निषाद- सबरी को गले नहीं लगाते । हम पर्यावरण पर भी ध्यान नहीं दे रहे और न हमें उस राम-राज्य की चिंता है जिस में सामाजिक न्याय और सामाजिक सौहार्द को प्रमुखता दी जाती थी । राम- भक्त हनुमान जी की तरह हम में सेवा -भाव भी नहीं है । हो सके तो इस पर विनम्रता से मंथन करें क्योंकि राम जी संयम, विनय, सामंजस्य, सौहार्द, मर्यादा, शिष्टाचार तथा कर्म के प्रतीक हैं । यह गीत भी हमें यही शिक्षा दे रहा है -
'देखो वो दिवानों
तुम ये काम न करो,
राम का नाम
बदनाम न करो ।'
कोरोना लौकडाउन का आज (20 अप्रैल 2020 ) 27/40वां दिन है । समाज और देश के लिए कुछ अच्छा काम करके आज अपने राम को रिझाने का पवित्र अवसर है । आइये अपने राम को रिझायें और सबको शुभकामना दें कि वे कोरोना लौकडाउन का सम्मान के साथ पालन करें । देश के संकट का सब मिलकर मुकाबला करें । स्वयं घर में रहें और सबको घर में रहने का निवेदन करें । पतझड़ से निराश न हों, वसंत दूर नहीं है ।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
20.04.2020
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