खरी खरी - 520 : नौकुचियाताल में भाषा सम्मेलन
भीमताल (उत्तराखंड ) नजीक नौकुचियताल में 11 नवम्बर 2019 हुणि ब्याव 6 बजी बटि 9 बजी तक कुमाउनी भाषा कवि सम्मेलन हौछ जमें करीब 40 कवियोंल काव्य पाठ करौ। पुर उत्तराखंड और राजधानी दिल्ली समेत कयेक जगां बै आई सबै कवियोंल भौत भल काव्य पाठ करौ । कवियोंल कएक सामाजिक विषमताओं पर चोट करते हुए आवाज बुलन्द करी । सामाजिक सौहार्द, पलायन, चुनाव, भ्रष्टाचार, चाटुकारिता, चमचागिरी, जुगाड़बाजी, बेरोजगारी, गैरसैण राजधानी, शहीद, बोली - भाषा, हमरि पछयाण , अंधविश्वास, हास्य - व्यंग्य, शराब, मनखी बाग, बानर - सुंगर, ऐब, मुहावरा, पर्यावरण, जमान क बदलाव, राजनीति कटाक्ष, गीत विधा, रिश्तेदार, जनसंख्या नीति, नानतिन, महिला सम्मान, तीज -त्यार, संस्कृति, खान - पान, गोरक्षा, दोगल पन, फैशन, देवभूमि, अयोध्या फ़ैसाल, हिमालय, लोभ - लालच, इज, कुड़ि आदि विषयों पर कविता पढ़ी । य मौक पर डॉ हयात सिंह रावत संपादक " पहरु ", मौनी माई भक्तिधाम क प्रबंधक गजेन्द्र सिंह बिष्ट ज्यू समेत कयेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद छी । य सफल कवि सम्मेलनक संचालन नीरज पंत ज्यू और प्रदीप उपाध्याय ज्यूल एवम् अध्यक्षता वरिष्ठ कवि मोहन कुमाउनी ज्यूल करी ।
पूरन चन्द्र कांडपाल
12.11.2019
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